अभिनेता से नेता बने विजय ने गुरुवार को मदुरै जिले में एक विशाल जनसभा में घोषणा की कि वे आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में मदुरै पूर्व सीट से उम्मीदवार होंगे. इस मौके पर विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के हजारों समर्थक मौजूद थे, जहां उन्होंने राज्य की राजनीति में बदलाव लाने का आह्वान किया.
तीसरे मोर्चे के रूप में उभरने की कोशिश
विजय अपनी पार्टी टीवीके को डीएमके और एआईएडीएमके जैसे प्रमुख दलों का विकल्प बनाकर तमिलनाडु में तीसरे मोर्चे की भूमिका में लाना चाहते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि टीवीके महज़ सत्ता पाने की भूख से पैदा हुई पार्टी नहीं है, बल्कि यह राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का एक मंच है.
भाजपा और डीएमके पर सीधा निशाना
अपने भाषण में विजय ने दो टूक कहा कि हमारा वैचारिक विरोधी भाजपा है और राजनीतिक विरोधी केवल डीएमके है. इस बयान के साथ ही उन्होंने किसी भी राजनीतिक गठबंधन की संभावना को नकार दिया. उनका इशारा साफ था कि उनकी पार्टी न तो सत्ताधारी डीएमके से हाथ मिलाएगी और न ही केंद्र में सत्ता में बैठी भाजपा से कोई समझौता करेगी.
अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी
विजय ने साफ कहा कि टीवीके किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी, क्योंकि उनका उद्देश्य तमिलनाडु की पारंपरिक राजनीति से अलग हटकर लोगों को एक नया विकल्प देना है. उन्होंने दावा किया कि उनका संघर्ष सत्ता के लिए नहीं, बल्कि जनता की सेवा और तमिल पहचान की रक्षा के लिए है.
राजनीति में पहला कदम
गौरतलब है कि 2023 में विजय ने टीवीके की स्थापना के साथ राजनीति में कदम रखा था. इससे पहले वे अपनी सामाजिक पहल ‘वीजा’ के जरिए युवाओं और शिक्षा जैसे मुद्दों पर काम करते रहे हैं. 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों के ज़रिए वे पहली बार कोई राजनीतिक पद हासिल करने की कोशिश करेंगे.
जनता से जुड़ने की कोशिश
अपने भाषण में विजय ने लोगों से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि वे किसी पद या लाभ के लिए राजनीति में नहीं आए, बल्कि उन्हें जनता की सेवा करने की प्रेरणा उनके प्रशंसकों और युवाओं से मिली है. उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु को अब एक नई राजनीति की जरूरत है, जिसमें जाति और भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि विकास और न्याय केंद्र में हो.