माउंट एवरेस्ट पर खतरनाक बर्फीला तूफान: तिब्बत की ढलान पर 1000 ट्रेकर्स फंसे, 350 को अब तक बचाया गया

0
12
Mount Everest
Mount Everest

दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर मौसम ने अचानक करवट ली और भीषण बर्फीले तूफान ने हालात बेकाबू कर दिए. शुक्रवार शाम से शुरू हुई तेज बर्फबारी के चलते एवरेस्ट के पूर्वी छोर पर ट्रेकिंग कर रहे करीब 1000 ट्रेकर्स तिब्बत की ओर स्थित ढलान पर फंस गए हैं. भारी बर्फबारी के चलते शिविरों तक पहुंचने का रास्ता बंद हो गया है जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में भारी चुनौतियां सामने आ रही हैं. चीन की सरकारी एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन ने बड़े पैमाने पर राहत व बचाव अभियान शुरू कर दिया है. सैकड़ों स्थानीय ग्रामीणों की मदद से बर्फ हटाने और रास्ते साफ करने का काम जारी है. अभी तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है हालांकि कई लोगों के हाइपोथर्मिया की चपेट में आने की खबर है.

एवरेस्ट पर फंसे ट्रेकर्स, जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तिब्बत की ओर स्थित कर्मा घाटी में शुक्रवार शाम तेज बर्फबारी शुरू हुई जो शनिवार तक जारी रही. इस बर्फीले तूफान ने सैकड़ों लोगों को ट्रेल के बीच में ही रोक दिया. अब तक के रिपोर्टों के अनुसार करीब 1000 ट्रेकर्स इस खराब मौसम की चपेट में आ गए. सोमवार को मीडिया के अनुसार अब तक 350 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है जबकि लगभग 200 लोगों से संपर्क स्थापित कर लिया गया है. बाकी के ट्रेकर्स तक पहुंचने की कोशिश लगातार जारी है.

ठंड और बर्फ के कारण तंबुओं को हुए नुकसान
बर्फीले तूफान के चलते कई ट्रेकिंग शिविरों में लगे तंबुओं को नुकसान पहुंचा है. कड़ाके की ठंड और लगातार गिरते तापमान ने ट्रेकर्स के लिए हालात और भी मुश्किल बना दिए हैं.
कुछ ट्रेकर्स हाइपोथर्मिया का शिकार हो गए हैं जिन्हें प्राथमिक उपचार देकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है. स्थानीय प्रशासन के अनुसार रेस्क्यू टीमों को शिविरों तक पहुंचने में भारी दिक्कतें हो रही हैं लेकिन हर संभव प्रयास किया जा रहा है.

पर्यटन स्थलों पर टिकट बिक्री और प्रवेश पर रोक
अधिकारियों ने बताया कि भारी बर्फबारी को मद्देनजर शनिवार से माउंट एवरेस्ट क्षेत्र में टिकट बिक्री और पर्यटकों का प्रवेश अस्थायी रूप से रोक दिया गया है. माउंट एवरेस्ट जिसकी ऊंचाई 8849 मीटर है पर अक्टूबर का महीना आमतौर पर सबसे सुरक्षित माना जाता है. यह वह समय होता है जब मौसम स्थिर और ट्रेकिंग के लिए अनुकूल रहता है.
लेकिन इस बार अचानक आया तूफान ट्रेकर्स और गाइड्स के लिए चौंकाने वाला साबित हुआ. एक हाइकर जिसे कुदांग टाउनशिप में सुरक्षित निकाला गया. मीडिया से बात करते हुए कहा कि पहाड़ों में बहुत ज्यादा बारिश और ठंड थी हाइपोथर्मिया का खतरा लगातार बना हुआ था.

नेपाल में भी मौसम ने मचाया कहर
मौसम की मार केवल तिब्बत तक सीमित नहीं रही. पड़ोसी देश नेपाल में भी शुक्रवार से भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से हालात भयावह हो गए हैं. अब तक कम से कम 47 लोगों की मौत हो चुकी है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here