टेस्ला और एक्स के सीईओ ने एक बार फिर टेक इंडस्ट्री को चौंका दिया है. मस्क ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर घोषणा की कि उनकी नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी Macrohard अब आधिकारिक तौर पर लॉन्च हो गई है. दिलचस्प बात यह है कि मस्क ने इसका नाम अजीब से अंदाज में रखा है, लेकिन उनका दावा है कि यह प्रोजेक्ट पूरी तरह वास्तविक है और भविष्य में माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियों को सीधी टक्कर देगा. मस्क ने कहा कि चूंकि माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां खुद हार्डवेयर नहीं बनातीं, है. इसलिए उनके पूरे सॉफ्टवेयर मॉडल को AI की मदद से नए सिरे से तैयार करना संभव है. यही Macrohard का असली लक्ष्य होगा एक ऐसी AI-संचालित सॉफ्टवेयर कंपनी जो टेक दुनिया के बड़े खिलाड़ियों को चुनौती दे सके.
क्या है Macrohard का असली मकसद?
एलन मस्क ने प्रोजेक्ट को लेकर बहत ज्यादा खुलासा तो नहीं किया, लेकिन उनके AI चैटबॉट Grok ने इसकी झलक दिखाकर सबको उत्साहित कर दिया. Grok ने एक यूजर के सवाल का जवाब देते हुए मजेदार अंदाज में बताया कि Macrohard xAI का एक अनोखा नाम है. जिसका सपना है एक ऐसी सॉफ्टवेयर कंपनी बनाना जो पूरी तरह AI की ताकत से चले. और हां यह बिल्कुल वास्तविक प्रोजेक्ट है. हम हायरिंग भी कर रहे हैं.
ट्रेडमार्क और आधिकारिक रिकॉर्ड
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एलन मस्क की AI कंपनी xAI ने 1 अगस्त को ‘Macrohard’ नाम के लिए ट्रेडमार्क दाखिल किया है. इस फाइलिंग में AI-आधारित कई सेवाओं और उत्पादों का उल्लेख किए गए हैं.
मानव जैसी स्पीच और टेक्स्ट जनरेट करने वाला सॉफ्टवेयर
बातचीत को सिम्युलेट करने वाले चैटबॉट प्रोग्राम
अन्य AI-पावर्ड एप्लिकेशन और डिजिटल सर्विसेज
मस्क की पुरानी योजना से जुड़ा सपना
Macrohard की जड़ें उस विचार से जुड़ी हैं, जिसे मस्क ने जुलाई में साझा किया था. उन्होंने बताया था कि वह एक मल्टी-एजेंट AI कंपनी बनाना चाहते हैं. इस मॉडल में सैकड़ों AI एजेंट एक साथ मिलकर बड़े और जटिल काम करेंगे. जैसे कोडिंग, मीडिया जनरेशन और वर्चुअल मशीनों में बड़े टास्क पूरे करना. उस समय मस्क ने इस प्रोजेक्ट को मैक्रो चैलेंज और एक कठिन समस्या करार दिया था और साफ किया था कि इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बेहद कड़ी होगी.