Gaza Crisis: गाजा. लंबे समय से युद्ध की आग में जल रहा है. पिछले दो साल से जारी संघर्ष ने यहां की आबादी को भूख, गरीबी और पानी की कमी जैसी समस्याओं में धकेल दिया है. इस विपरीत परिस्थितियों में कुछ स्थानीय पुरुष और एड वर्कर्स महिलाओं का यौन शोषण कर रहे हैं, उनका फायदा उठाकर दो वक्त की रोटी, पानी और अन्य आवश्यक वस्तुओं के बदले उनसे यौन संबंध बनाने का दबाव डाल रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजा में संकटग्रस्त महिलाओं ने अपनी कहानियां साझा की हैं, जिनमें उन्होंने बताया कि कैसे वे अपने परिवार और समाज के दबाव में अपनी पहचान गुप्त रखकर यह सब बयां कर रही हैं. भूख और बचाव की स्थिति में ये महिलाएं अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने में असमर्थ हैं.
गाजा में महिलाओं की स्थिति नाजूक
गाजा में युद्ध और नाकाबंदी के कारण महिलाओं की स्थिति बेहद नाजुक है. कई महिलाओं ने मीडिया को बताया कि पुरुष और एड वर्कर्स उन्हें काम या सहायता का झांसा देकर खाली अपार्टमेंट में ले जाते हैं. एक 38 वर्षीय महिला ने बताया, “मुझे डर था, इसलिए मैंने उनकी बात मानी. मुझे 100 शेकेल और कुछ खाने का सामान मिला, लेकिन नौकरी कभी नहीं दी गई.”
सीधे सेक्स की मांग कर रहे पुरुष
कुछ मामलों में पुरुष सीधे यौन संबंध की मांग करते हैं “मैं तुम्हें छूना चाहता हूं, मुझे ऐसा करने दो.” तो कुछ मामलों में यह शादी के नाम पर छिपा होता है “मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं” या “चलो कहीं साथ चलते हैं.”
मानवाधिकार संगठन और रिपोर्ट
मानवाधिकार संगठनों के अनुसार यह नया नहीं है. हीदर बार, वीमेंस राइट्स डिविजन, ह्यूमन राइट्स वॉच ने मीडिया को बताया, “संकट के समय लोगों की सुरक्षा खतरे में होती है, और महिलाओं और लड़कियों के प्रति यौन हिंसा में बढ़ोतरी अक्सर इसका परिणाम होती है. गाजा की स्थिति आज असहनीय है.”
गाजा के चार मनोवैज्ञानिकों ने एपी को बताया कि उन्होंने दर्जनों महिलाओं का इलाज किया जिन्होंने सहायता के बदले यौन संबंध बनाने का दबाव झेला. कुछ महिलाएं गर्भवती भी हो गईं, लेकिन किसी ने अपनी पहचान उजागर नहीं की.
रिपोर्टिंग और शिकायत की चुनौतियां
UNRWA और अन्य संगठनों को शिकायतें मिली हैं, लेकिन महिलाएं अक्सर डर या कलंक के कारण रिपोर्ट करने से हिचकिचाती हैं. एक 35 वर्षीय विधवा ने बताया कि UNRWA के एक कर्मचारी ने उसे रात में अश्लील कॉल्स किए. जब उसने शिकायत की, तो उसे रिकॉर्डिंग की मांग की गई जो उनके पास संभव नहीं थी.
PSEA नेटवर्क के अनुसार, पिछले साल गाजा में 18 यौन शोषण और शोषण से जुड़ी शिकायतें दर्ज हुईं, लेकिन आंकड़े केवल बर्फ का चोटी हैं.
युद्ध और विस्थापन के बीच बढ़ती घटनाएं
गाजा के अधिकांश लोग विस्थापित हैं और मानवतावादी सहायता पर निर्भर हैं. अमल सयाम, वीमेंस अफेयर्स सेंटर की निदेशक ने कहा, “इजराइल की नाकेबंदी और मानवतावादी सहायता पर प्रतिबंध महिलाओं को इस स्थिति में मजबूर कर रहे हैं.”
29 वर्षीय एक महिला ने बताया, “मुझे चार बच्चों के लिए पोषण सामग्री के बदले शादी का प्रस्ताव मिला. मैंने मना कर दिया. मुझे पूरी तरह अपमानित महसूस हुआ. लेकिन मुझे बच्चों की मदद करनी थी. अगर मैं नहीं करती, तो कौन करता?”