दिल्ली में 15 से अधिक छात्राओं ने स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप, पुलिस ने छानबीन शुरू की

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दिल्ली के वसंत कुंज स्थित एक शैक्षणिक संस्थान के डायरेक्टर पर 15 से अधिक छात्राओं द्वारा कथित छेड़छाड़ के आरोप लगाए जाने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. वसंत कुंज उत्तर पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायतों के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. छात्राओं ने अपने बयानों में बताया कि संस्थान के प्रबंधक ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया. रिपोर्ट के अनुसार, शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ ​​पार्थ सारथी पर अब आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) श्रेणी में छात्रवृत्ति के साथ पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा पाठ्यक्रम करने वाले छात्रों को परेशान करने का पुलिस मामला दर्ज किया गया है.

पुलिस के अनुसार, कम से कम 17 छात्राओं ने स्वामी चैतन्यानंद पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने, अश्लील संदेश भेजने और जबरन शारीरिक संपर्क बनाने का आरोप लगाया है. पीड़िताओं ने आरोप लगाया कि महिला शिक्षकों और प्रशासनिक कर्मचारियों ने भी छात्राओं पर आरोपी की मांगें मानने का दबाव डाला. छात्राओं ने दावा किया कि आश्रम में काम करने वाले कुछ वार्डन ने उन्हें आरोपियों से मिलवाया था.

फर्जी नंबर प्लेट और गाड़ी जब्ती

पुलिस ने आरोपी की लाल रंग की वोल्वो कार बरामद की. अधिकारियों ने पुष्टि की कि कार पर लगी संयुक्त राष्ट्र की नंबर प्लेट पूरी तरह से फर्जी थी. आरोपी ने इसे स्वयं बनवाया था ताकि वह पहचान से बच सके. इस कार्रवाई के तहत कार को जब्त कर लिया गया और मामले की जांच आगे बढ़ रही है.

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 183 के तहत लगभग 15 छात्राओं के बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज किए गए हैं. डीसीपी (दक्षिण पश्चिम) अमित गोयल ने बताया कि आरोपी को आगरा के पास ढूंढ लिया गया है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

पुलिस ने खंगाली सीसीटीवी फुटेज

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की है और घटनास्थल के साथ-साथ आरोपी के पते पर भी छापेमारी की है. हालांकि, आरोपी अभी भी फरार है. सूत्रों के अनुसार, वह आखिरी बार आगरा के पास देखा गया था. पुलिस की कई टीमें अब उसकी तलाश में लगी हैं.

आरोप सामने आने के बाद आश्रम प्रशासन ने आरोपी बाबा को पद से हटाकर निष्कासित कर दिया. आरोपी जिस आश्रम इकाई का प्रमुख था, वह दक्षिण भारत के एक प्रमुख आश्रम की शाखा है. दिल्ली स्थित इस सुविधा का संचालन करने वाली संस्था दक्षिणाम्नाय श्री शारदा पीठ श्रृंगेरी ने एक बयान जारी कर कहा है कि स्वामी चैत्यानंद का आचरण और गतिविधियां अवैध, अनुचित और पीठ के हितों के विरुद्ध हैं. इसलिए, पीठ ने कहा है कि उसने आरोपी से सभी संबंध तोड़ लिए हैं.

आरोपी ने जमानत के लिए दी अर्जी

सूत्रों के अनुसार, आरोपी ने प्रारंभ में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था, लेकिन बाद में उसने यह याचिका वापस ले ली. संस्थान ने आरोपी को उसके पद से हटा दिया है और जांच में पुलिस को पूरी तरह सहयोग कर रहा है. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सभी साक्ष्यों को सुरक्षित रखा है और आरोपी के खिलाफ जल्द ही आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है.

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