भारतीय टीवी जगत को सोमवार सुबह एक बड़ा झटका लगा। 68 साल की उम्र में अभिनेता पंकज धीर का निधन हो गया। वह लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे। परिवार ने बताया कि उन्होंने आज सुबह अंतिम सांस ली। दिवाली से ठीक पहले आई इस दुखद खबर ने लाखों प्रशंसकों को शोक में डूबो दिया है। सोशल मीडिया पर उनके चाहने वालों ने उन्हें याद किया और श्रद्धांजलि दी।
महाभारत के कर्ण की पहचान
पंकज धीर को पहचान 1988 में प्रसारित हुए बी.आर. चोपड़ा के धारावाहिक महाभारत से मिली। दानवीर कर्ण का रोल निभाकर उन्होंने इतिहास रच दिया। उनकी दमदार आवाज़ और गहरी भावनाओं से भरे अभिनय ने दर्शकों के दिलों को छू लिया। आज भी लोग जब कर्ण का नाम लेते हैं तो पंकज धीर की छवि उनके सामने आ जाती है। उनकी अदाकारी ने कर्ण को आम लोगों की यादों में हमेशा के लिए अमर कर दिया।
थिएटर से शुरू हुआ सफर
अभिनय का सफर उन्होंने थिएटर से शुरू किया था। रंगमंच पर मिली सिखावट ने ही उन्हें छोटे परदे का सितारा बनाया। टीवी पर आते ही उन्होंने दर्शकों के दिल जीत लिए। हर रोल में उन्होंने ईमानदारी और गहराई दिखाई। साथी कलाकार भी मानते थे कि पंकज धीर हर सीन को पूरी मेहनत और लगन से निभाते थे। थिएटर से टीवी तक का यह सफर उनकी कला की गहराई को दर्शाता है।
अर्जुन से कर्ण तक का सफर
एक दिलचस्प किस्सा है कि बी.आर. चोपड़ा ने शुरुआत में उन्हें अर्जुन का रोल ऑफर किया था। लेकिन अर्जुन के किरदार के लिए मूंछें हटानी पड़तीं, जिसे पंकज ने मना कर दिया। इसके बाद उन्हें कर्ण का रोल मिला और यही उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। कर्ण की उदारता और संघर्ष को उन्होंने इतनी शिद्दत से दिखाया कि उनके मौत वाले सीन पर लाखों दर्शकों की आंखें नम हो गईं।
महाभारत से आगे का सफर
महाभारत के बाद पंकज धीर ने चंद्रकांता में शिवदत्त का दमदार रोल निभाया। द ग्रेट मराठा, युग और बढ़ो बहू जैसे कई धारावाहिकों में वे नजर आए। हर किरदार में उन्होंने एक अलग रंग भरा। चाहे ऐतिहासिक कहानियां हों या आधुनिक कथाएं, उनका अभिनय हर बार दर्शकों को बांध लेता था। उनकी बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें टीवी की दुनिया का एक मजबूत स्तंभ बना दिया।
फैंस और साथियों ने दी श्रद्धांजलि
उनकी मौत की खबर आते ही सोशल मीडिया पर शोक संदेशों की बाढ़ आ गई। साथी कलाकारों और निर्देशकों ने उन्हें याद करते हुए कहा कि वह एक सच्चे इंसान और विनम्र अभिनेता थे। कई लोगों ने लिखा कि उनका कर्ण का किरदार हमेशा अमर रहेगा। फैंस ने उनके फोटो और डायलॉग शेयर करते हुए श्रद्धांजलि दी। यह साबित करता है कि उनकी लोकप्रियता आज भी उतनी ही मजबूत है।
हमेशा जीवित रहेगा उनका किरदार
पंकज धीर सिर्फ एक अभिनेता नहीं बल्कि एक ऐसी पहचान थे जिन्होंने पौराणिक किरदारों को जीवंत कर दिया। उनका जाना एक युग का अंत है। लेकिन उनके निभाए गए किरदार, खासकर कर्ण, आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे। उनकी मेहनत और लगन टीवी की दुनिया के लिए हमेशा एक मिसाल बनी रहेगी।















