Fresh Water Under Ocean: वैज्ञानिकों के लिए यह खोज चौंकाने वाली साबित हुई है. समुद्र को हमेशा खारे पानी के लिए जाना जाता है, लेकिन अटलांटिक महासागर के समुद्र तल में लगभग 400 मीटर नीचे शुद्ध और पीने योग्य पानी का विशाल भंडार मिला है. इस खोज ने वैज्ञानिकों और जल विशेषज्ञों की उम्मीदें बढ़ा दी हैं कि यह भविष्य में दुनिया की पेयजल जरूरतों को पूरा करने में मदद कर सकता है.
शोधकर्ताओं ने बताया कि यह पानी न केवल शुद्ध है बल्कि इसका स्वाद भी ताजगी से भरपूर है. समुद्र के इस ताजे पानी के भंडार का अध्ययन करके वैज्ञानिक यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह पानी ग्लेशियरों से आया है, भूमि पर मौजूद भूजल से या फिर दोनों का मिश्रण है.
कैसे मिला ताजे पानी का भंडार?
जेडएमईसाइंस की रिपोर्ट के अनुसार, कोलोराडो स्कूल ऑफ माइन्स के भूभौतिकीविद् और जलविज्ञानी ब्रैंडन डुगन ने इस अनोखी खोज को अंजाम दिया. इसके लिए उन्होंने समुद्र में ड्रिलिंग प्लेटफॉर्म पर लगभग 12 घंटे बिताए.
पानी का यह भंडार अटलांटिक महासागर में केप कॉड से दूर समुद्र तल के नीचे पाया गया. एक्सपेडिशन 501 ने ड्रिलिंग के दौरान जिन नमूनों को निकाला, उन्हें विशाल जलभृत का हिस्सा माना जा रहा है.
50000 लीटर पानी का परीक्षण
वैज्ञानिक अब दुनिया भर की लैब में यहां से निकाले गए लगभग 50000 लीटर पानी का विश्लेषण करेंगे. उनका उद्देश्य यह जानना है कि पानी का स्रोत ग्लेशियरों से है या भूमिगत जल प्रणालियों से जुड़ा हुआ है.
इस खोज से यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि समुद्र के नीचे ऐसे और भी कई ताजे पानी के भंडार मौजूद हो सकते हैं. यह भविष्य में जल संकट से निपटने में सहायक हो सकते हैं.
इतिहास और वैश्विक खोज
करीब 50 साल पहले उत्तरी अटलांटिक में अमेरिका के खोजी जहाज ने हाइड्रोकार्बन और खनिजों की खोज के दौरान समुद्र में ड्रिलिंग की थी, तब भी ताजे पानी का भंडार मिला था. इसके अलावा, वैज्ञानिकों का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के पास भी समुद्र के नीचे ताजे पानी का भंडार मौजूद है.
हर महाद्वीप में समुद्र तल के नीचे ऐसे भंडार हो सकते हैं, जो भविष्य में मानवता के लिए जल संकट से निपटने का अहम साधन बन सकते हैं.