पाकिस्तान के प्रमुख बंदरगाह शहर कराची में गुरुवार को एक आतिशबाजी गोदाम में भीषण विस्फोट हुआ. इस दुर्घटना में कम से कम 25 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है. यह विस्फोट जिन्ना रोड क्षेत्र में स्थित एक इमारत में हुआ, जहां पर बड़ी मात्रा में पटाखे रखे गए थे.
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट के बाद इमारत से घना काला धुआं उठता देखा गया. आस-पास की दुकानों की खिड़कियां चकनाचूर हो गईं और कांच के टुकड़े सड़क पर बिखर गए. आसपास रहने वाले लोग भयभीत होकर इमारत से दूर भागते देखे गए.
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे राहत दल
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी असद रज़ा ने जानकारी दी कि घटना के बाद तुरंत फायर ब्रिगेड और बचाव दल मौके पर पहुंचे. दमकल कर्मियों ने आग बुझाने का प्रयास किया, जबकि एंबुलेंसों के ज़रिए घायलों को पास के कई अस्पतालों में पहुंचाया गया.
दुकानों और गाड़ियों को हुआ नुकसान
धमाके से केवल आतिशबाजी गोदाम ही नहीं, आसपास की कई दुकानें और सड़क किनारे खड़ी गाड़ियाँ भी क्षतिग्रस्त हो गईं. जिन्ना रोड जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाके में यह धमाका आम नागरिकों के लिए बेहद खतरनाक साबित हुआ.
विस्फोट का कारण अब भी अज्ञात
विस्फोट किस कारण से हुआ, इसका अभी तक कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिला है. पुलिस और फोरेंसिक विशेषज्ञ विस्फोट की तह तक पहुंचने के लिए जांच कर रहे हैं. प्रारंभिक तौर पर लापरवाही से भंडारण या ग़लत तरीकों से आतिशबाजी का संग्रहण इसके पीछे कारण माने जा रहे हैं.
पाकिस्तान में आम हैं ऐसे हादसे
पाकिस्तान में पटाखों और आतिशबाजी के कारखानों में सुरक्षा नियमों की अनदेखी आम बात है. इसी साल जनवरी में पंजाब के मंडी बहाउद्दीन शहर में एक आतिशबाजी केंद्र में धमाका हुआ था, जिसमें छह लोगों की जान चली गई थी.
नियमों की अनदेखी बन सकती है जानलेवा
कराची की इस घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान में औद्योगिक सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर कर दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आतिशबाजी जैसे संवेदनशील उत्पादों का सुरक्षित और नियंत्रित भंडारण नहीं किया जाएगा, तो ऐसे हादसे भविष्य में और अधिक जानलेवा हो सकते हैं.