China Typhoon: चीन पर इन दिनों एक भयानक प्राकृतिक आपदा का खतरा मंडरा रहा है. दक्षिणी चीन के कई शहरों में सुपर टाइफून रगासा के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं. यह तूफान वर्षों में आने वाले सबसे खतरनाक तूफानों में से एक बताया जा रहा है. इसका असर इतना व्यापक है कि हांगकांग, शेन्ज़ेन और आसपास के इलाकों में सामान्य जिंदगी लगभग थम चुकी है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह सुपर टाइफून फिलीपींस में भारी तबाही मचा चुका है, जहां अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं. चीन पहुंचने से पहले ही तूफान ने ताइवान में भी तबाही मचाई है, वहीं अब दक्षिण चीन के ग्वांगडोंग प्रांत समेत कई इलाकों को अलर्ट पर रखा गया है.
हांगकांग और शेन्जेन में हाई अलर्ट
हांगकांग ऑब्जर्वेटरी ने जानकारी दी है कि सुपर टाइफून रगासा की अधिकतम रफ्तार 230 किलोमीटर प्रति घंटा है और यह फिलहाल 22 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दक्षिण चीन सागर के उत्तरी हिस्से से गुजर रहा है. अनुमान है कि यह बुधवार को ग्वांगडोंग प्रांत के शेन्ज़ेन और श्वेन काउंटी के बीच तट से टकरा सकता है. हांगकांग में मंगलवार को तूफान का सिग्नल नंबर 8 यानी तीसरा सबसे बड़ा अलर्ट जारी किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार रात या बुधवार सुबह तक चेतावनी और बढ़ाई जा सकती है.
समुद्र के बढ़ते जलस्तर से खतरा
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बुधवार सुबह हांगकांग में समुद्र का जलस्तर 2 मीटर तक और कुछ क्षेत्रों में 4 से 5 मीटर तक बढ़ सकता है. यह स्थिति 2017 के टाइफून हाटो और 2018 के मंगखुट जैसी तबाही ला सकती है, जिनसे क्रमशः 154 मिलियन और 590 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ था. इसी वजह से लोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रेत की बोरियां और बैरियर लगाकर तैयारी कर रहे हैं. वहीं, कई लोग खिड़कियों और दरवाजों पर टेप चिपका रहे हैं ताकि हवाओं से नुकसान को कम किया जा सके.
जरूरी सामान की जमाखोरी
सोमवार से ही लोग खाने-पीने का सामान और रोजमर्रा की जरूरी चीजें खरीदकर जमा कर रहे हैं, जिससे कई बाजारों में सामान की कमी हो गई है. हांगकांग और मकाओ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है. ग्वांगडोंग प्रांत के शेन्ज़ेन और फोशान शहरों के साथ हैनान प्रांत के हैकोउ में भी स्कूल और दफ्तर बंद करने के आदेश दिए गए हैं.
सैकड़ों उड़ानें रद्द, एयरपोर्ट बंद
हांगकांग एयरपोर्ट पर अब तक सैकड़ों उड़ानें रद्द हो चुकी हैं. शेन्ज़ेन एयरपोर्ट ने भी मंगलवार रात से सभी उड़ानों को रोकने का फैसला लिया है. मकाओ सरकार ने इमरजेंसी सिस्टम सक्रिय कर दिया है क्योंकि तूफान बुधवार सुबह मकाओ से 100 किलोमीटर दक्षिण में गुजर सकता है.
फिलीपींस और ताइवान में तबाही
इससे पहले टाइफून रगासा ने फिलीपींस में भीषण तबाही मचाई. वहां 3 लोगों की मौत और 5 लोगों के लापता होने की खबर है. बाढ़ और भूस्खलन से 17,500 से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं. बेंगुएट प्रांत में भूस्खलन से एक 74 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई जबकि कागायन प्रांत के कालायन शहर में भी एक व्यक्ति की जान चली गई.
ताइवान में तूफान की चपेट में आकर 6 लोग घायल, 7,000 से ज्यादा विस्थापित हुए और 8,000 घरों की बिजली गुल हो गई. ताइवान और फिलीपींस सरकार पहले से ही अलर्ट पर थीं और आपदा प्रबंधन की तैयारियां कर चुकी थीं.