मधुमेह यानी डायबिटीज एक ऐसी दीर्घकालिक समस्या है, जिसमें शरीर में रक्त शर्करा का स्तर सामान्य से अधिक बना रहता है. इसका कारण या तो इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन न होना होता है या शरीर का इंसुलिन का सही तरह से उपयोग न कर पाना. ऐसे में डायबिटीज के रोगियों के लिए सही खानपान बेहद जरूरी हो जाता है. खासतौर पर नाश्ता, जो दिन का सबसे अहम भोजन माना जाता है, सही विकल्प चुनने पर पूरे दिन शुगर लेवल को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है. यदि आप डायबिटीज से जूझ रहे हैं, तो आपको कम चीनी और उच्च फाइबर वाले नाश्ते को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए. इससे अचानक ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव नहीं होता और शरीर को दिनभर ऊर्जा मिलती रहती है.
- सब्जियों से भरपूर वेजिटेबल उपमा
दक्षिण भारत का लोकप्रिय उपमा डायबिटीज रोगियों के लिए बेहतरीन विकल्प है. बीन्स, गाजर और मटर जैसी फाइबर युक्त सब्ज़ियों से इसे और भी पौष्टिक बनाया जा सकता है. यदि सूजी की जगह ओट्स या गेहूं के आटे से तैयार किया जाए, तो यह कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला और लंबे समय तक पेट भरे रखने वाला विकल्प बन जाता है.
- मूंग दाल का चीला
मूंग दाल से बना चीला हल्का, प्रोटीन से भरपूर और कम चीनी वाला नाश्ता है. इसमें पालक, प्याज या टमाटर मिलाकर इसे और पौष्टिक बनाया जा सकता है. यह न सिर्फ ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है बल्कि लंबे समय तक ऊर्जा भी प्रदान करता है.
- ओट्स का इडली
पारंपरिक चावल की इडली की तुलना में ओट्स इडली पचने में आसान और अधिक हेल्दी होती है. ओट्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के कारण यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार है. यह पौष्टिकता और स्वाद दोनों से भरपूर है.
- बेसन का चीला
चना आटे से बना बेसन चीला प्रोटीन से भरपूर और कार्बोहाइड्रेट में कम होता है. प्याज, टमाटर और पालक डालकर इसे और अधिक पौष्टिक बनाया जा सकता है. यह डायबिटीज़ रोगियों के लिए एक बेहद लाभकारी नाश्ता है.
- वेजिटेबल पोहा
कम तेल और ढेर सारी सब्ज़ियों से बना पोहा हल्का होते हुए भी पेट भरने वाला भोजन है. सफेद पोहा की बजाय लाल या भूरे चावल का पोहा डायबिटीज़ रोगियों के लिए अधिक उपयुक्त है क्योंकि यह फाइबर की मात्रा बढ़ाता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखता है.
- अंकुरित किया हुआ सलाद
अंकुरित मूंग को खीरा, टमाटर और प्याज के साथ मिलाकर खाने से यह एक ताज़ा, हल्का और उच्च प्रोटीन वाला नाश्ता बन जाता है. अंकुरित मूंग धीरे-धीरे पचता है, जिससे भोजन के बाद ब्लड शुगर का स्तर स्थिर रहता है.
- रागी डोसा या दलिया
रागी यानी बाजरा कैल्शियम, आयरन और फाइबर से भरपूर होता है. रागी डोसा या साधारण रागी दलिया धीरे-धीरे पचता है और ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने से रोकता है. यह नाश्ते का सुपरफूड विकल्प है, जो स्वास्थ्य और स्वाद दोनों को संतुलित करता है.
डायबिटीज के रोगियों के लिए सही नाश्ता चुनना बेहद जरूरी है. अगर नाश्ते में उच्च फाइबर और प्रोटीन वाले भारतीय व्यंजन शामिल किए जाएं तो यह ब्लड शुगर को कम रखने के साथ-साथ शरीर को आवश्यक पोषण भी देता है.