अमेरिका में अप्रवासी आबादी दशकों बाद पहली बार गिरावट का सामना कर रही है. इसका मुख्य कारण राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कड़ी आव्रजन नीतियां मानी जा रही हैं, जिनमें बड़े पैमाने पर निर्वासन, गिरफ्तारी और कानूनी प्रवेश पर कड़े प्रतिबंध शामिल हैं. इन नीतियों ने न केवल आप्रवासियों की संख्या घटाई है, बल्कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले श्रम बाजार पर भी गहरा असर डाला है.
अप्रवासी आबादी में बड़ी कमी
प्यू रिसर्च सेंटर की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से जून 2025 के बीच अप्रवासी आबादी में लगभग 1.5 मिलियन (15 लाख) की गिरावट दर्ज की गई है. साल की शुरुआत में जहां अमेरिका में अप्रवासियों की संख्या 53.3 मिलियन थी, वहीं जून तक यह घटकर 51.9 मिलियन रह गई. प्यू के वरिष्ठ जनसांख्यिकीविद् जेफरी पासेल ने बताया कि यह बदलाव नाटकीय है और आव्रजन के इतिहास में असाधारण माना जाएगा.
श्रम बाजार पर असर
अप्रवासी आबादी में कमी का सीधा असर लेबर पर पड़ा है. रिपोर्ट बताती है कि लगभग 7.5 लाख से अधिक कर्मचारियों की कमी कार्यबल में दर्ज हुई है. पासेल का मानना है कि अमेरिकी आबादी में कामकाजी उम्र के लोगों की संख्या स्थिर हो गई है. ऐसे में कार्यबल की वृद्धि का एकमात्र साधन नए प्रवासियों का आना है. उन्होंने कहा कि अगर कार्यबल नहीं बढ़ेगा, तो अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ना तय है.
बदलाव की शुरुआत
आव्रजन में गिरावट की शुरुआत 2024 में बाइडेन प्रशासन के दौरान हुई थी, जब सीमा नीतियों में बदलाव किया गया. हालांकि, ट्रंप की आक्रामक रणनीति ने इस रुझान को और तेज कर दिया. विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप प्रशासन के तहत लागू कड़े कदमों ने अप्रवासी आबादी को अभूतपूर्व स्तर पर प्रभावित किया.
अनधिकृत प्रवासियों में भी गिरावट
प्यू रिसर्च का एक और अहम पहलू यह है कि अनधिकृत प्रवासियों की संख्या में भी कमी आई है. 2023 में इनकी संख्या रिकॉर्ड स्तर यानी 1.4 करोड़ तक पहुंच गई थी. लेकिन अब, बढ़े हुए निर्वासन और सुरक्षा उपायों को हटाने की वजह से इसमें गिरावट शुरू हो गई है.
हालांकि कुल अप्रवासी आबादी में गिरावट आई है, फिर भी अमेरिका दुनिया में सबसे अधिक आप्रवासियों वाला देश बना हुआ है. जनवरी 2025 में अमेरिका की कुल जनसंख्या का 15.8% हिस्सा आप्रवासी थे, जो जून तक घटकर 15.4% रह गया. इसके बावजूद कनाडा और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों में आप्रवासियों का अनुपात अमेरिका से कहीं अधिक है.
अप्रवासियों की बदलती तस्वीर
रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रवासियों का स्रोत भी बदल रहा है. पहले जहां मेक्सिको और मध्य अमेरिका प्रवासियों के बड़े स्रोत थे, अब उनकी जगह दक्षिण अमेरिका से आने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इसके अलावा, टेक्सास और कैलिफोर्निया प्रवासी आबादी के मामले में अग्रणी राज्य बने हुए हैं, हालांकि दोनों के बीच का अंतर अब कम होता जा रहा है.
प्यू रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि अनधिकृत प्रवासियों की जनसांख्यिकी भी बदल रही है, और मेक्सिको और मध्य अमेरिका जैसे पारंपरिक स्रोतों के बजाय दक्षिण अमेरिका से आने वाले प्रवासियों की संख्या बढ़ रही है. गौरतलब है कि टेक्सास और कैलिफोर्निया प्रवासी आबादी के मामले में अग्रणी राज्य बने हुए हैं, हालांकि पिछले कुछ वर्षों में उनके बीच का अंतर काफी कम हुआ है.