हिंदी और मराठी फिल्मों के दिग्गज अभिनेता अच्युत पोतदार का सोमवार, 18 अगस्त को 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. वे मुंबई के ठाणे स्थित जुपिटर अस्पताल में भर्ती थे, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन का कारण अभी तक सामने नहीं आया है. उनके जाने से फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में गहरा शोक व्याप्त है. जानकारी के मुताबिक, पोतदार को कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. मंगलवार, 19 अगस्त को ठाणे में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
अच्युत पोतदार का शुरुआती जीवन
अच्युत पोतदार का जन्म मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उन्होंने 1961 में अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन किया और भारत-चीन युद्ध के दौरान आपातकालीन कमीशन के माध्यम से भारतीय सेना में शामिल हुए. 1967 में वे कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हुए.
इंडियन ऑयल में अच्युत पोतदार का कार्यकाल
सेना से रिटायरमेंट के बाद पोतदार ने 25 वर्षों तक इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में कार्यकारी पद पर काम किया. 1992 में वे यहां से सेवानिवृत्त हुए. इस दौरान भी उन्होंने सांस्कृतिक और नाट्य गतिविधियों से जुड़े रहते हुए अभिनय के प्रति अपने जुनून को जिंदा रखा.
अभिनय करियर की शुरुआत
अच्युत पोतदार ने अपने अभिनय सफर की शुरुआत वर्ष 1980 में फिल्म आक्रोश से की, जिसमें उनके साथ नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी और स्मिता पाटिल जैसे बडे़-बड़े कलाकार थे. इसके बाद उन्होंने हिंदी और मराठी सिनेमा मिलाकर 125 से अधिक फिल्मों में काम किया.
यादगार किरदार और फिल्में
पोतदार का सबसे यादगार किरदार फिल्म ‘3 इडियट्स’ में देखा गया, जिसमें उन्होंने एक प्रोफेसर की भूमिका निभाई थी. इसके अलावा उन्होंने लगे रहो मुन्ना भाई, रंगीला, परिणीता, वास्तव, दबंग 2, वेंटिलेटर जैसी कई हिट फिल्मों में दमदार अभिनय किया.
टीवी जगत में भी छोड़ी छाप
फिल्मों के अलावा पोतदार ने टीवी धारावाहिकों में भी अपनी अदाकारी का जादू जलवा बिखेरा था. उन्होंने वागले की दुनिया, माझा होशिल ना, मिसेज तेंदुलकर और भारत की खोज जैसे लोकप्रिय शो में काम किया था.