BJP Third candidate list : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी तीसरी सूची जारी करते हुए एक बड़ा दांव खेला है. इस सूची में पार्टी ने 18 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की, जिसमें सबसे प्रमुख नाम सतीश यादव का है, जिन्हें राघोपुर सीट से मैदान में उतारा गया है. यह वही सीट है जहां से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार जीतते आ रहे हैं. ऐसे में यह मुकाबला केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि प्रतिष्ठा की लड़ाई भी बन गया है.
तेजस्वी यादव की पारंपरिक सीट पर सीधी चुनौती
राघोपुर विधानसभा सीट बिहार की सबसे हाई-प्रोफाइल सीटों में से एक मानी जाती है. तेजस्वी यादव 2015 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और यहां उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती रही है. भाजपा ने सतीश यादव को उतारकर यह स्पष्ट संदेश दिया है कि पार्टी अब तेजस्वी यादव को उनके ही गढ़ में सीधी चुनौती देने को तैयार है. सतीश यादव स्थानीय प्रभावशाली नेता माने जाते हैं, और भाजपा उन्हें लेकर क्षेत्र में मजबूत पकड़ की उम्मीद कर रही है.
भाजपा ने तय किए अपने 101 उम्मीदवार
इस सूची के साथ ही भाजपा ने अपने कोटे की सभी 101 सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. एनडीए के भीतर सीटों का बंटवारा पहले ही तय हो चुका था, जिसमें भाजपा, जदयू और अन्य घटक दलों के बीच सीटों का समन्वय बना था. भाजपा की यह तीसरी सूची इस बात का संकेत है कि पार्टी अपने सभी मोर्चों को जल्द से जल्द स्पष्ट करना चाहती है ताकि प्रचार में पूरी ताकत झोंकी जा सके.
राघोपुर में अब चुनावी जंग दिलचस्प होगी
तेजस्वी यादव जहां अपने सामाजिक आधार और युवा नेतृत्व की छवि पर दांव लगा रहे हैं, वहीं भाजपा ने सतीश यादव को उतारकर क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की कोशिश की है. राघोपुर की जनता के लिए यह चुनाव केवल दो दलों की लड़ाई नहीं, बल्कि दो राजनीतिक विचारधाराओं की टक्कर भी बन गया है.
BJP का ‘बड़ा दांव’, RJD की रणनीति पर नजर
इस दांव के बाद अब निगाहें RJD की रणनीति पर टिकी हैं. क्या तेजस्वी यादव इस सीट पर अपनी पकड़ को बनाए रख पाएंगे, या भाजपा की नई रणनीति रंग लाएगी यह आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा. फिलहाल दोनों पार्टियां इस सीट को लेकर कोई कोताही नहीं बरतना चाहेंगी, क्योंकि यह सीट पूरे राज्य में संदेश देने वाली मानी जाती है.
















