अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी पीट हेगसेथ ने अचानक एक सीक्रेट और बड़े स्तर की मीटिंग बुलाई है जिसमें नौसेना, वायुसेना और थल सेना के 800 से अधिक जनरलों को शामिल किया गया है. इस मीटिंग की तैयारी कई दिनों से चल रही थी लेकिन इसकी अचानक घोषणा से सभी सैन्य अधिकारी हैरान रह गए हैं. इस बैठक में शामिल होने के लिए सीनियर अधिकारियों को कम समय में फ्लाइट और अन्य व्यवस्थाओं का प्रबंध करना पड़ा, जिससे इस मीटिंग की महत्वता और भी बढ़ गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस बैठक के एजेंडे को लेकर न तो पेंटागन और न ही अमेरिकी संसद को कोई जानकारी दी गई है जिससे अमेरिकी रक्षा मंत्रालय में कयास और आशंकाएं तेजी से बढ़ रही हैं. इस तरह की बड़ी संख्या में सीनियर सैन्य अधिकारियों की एक जगह पर मौजूदगी और रहस्यमय माहौल ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर इस मीटिंग का असली मकसद क्या है.
मीटिंग का क्या है वजह?
मीडिया के सूत्रों के मुताबिक यह मीटिंग वर्जीनिया के क्वांटिको मरीन कॉर्प्स बेस पर होगी, जो वाशिंगटन से लगभग 30 मील दूर स्थित है. सामान्य परिस्थितियों में रक्षा मंत्री छोटी बैठकें या वर्चुअल माध्यम से ही संवाद करते हैं लेकिन इस बार सैकड़ों जनरलों को एक साथ बुलाना लॉजिस्टिक्स और सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. साथ ही उनके सहयोगी, कम्युनिकेशन और सुरक्षा स्टाफ के आने से इस संख्या में 3,000 से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं.
वेनेजुएला पर हमले की आशंका?
कई रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि अमेरिकी सेना वेनेजुएला में मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की योजना बना रही है. इसके तहत वेनेजुएला के कई ठिकानों पर हमले किए जा सकते हैं. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अभी तक इस बारे में कोई मंजूरी नहीं दी है और दोनों देशों के बीच मध्यस्थों के जरिए बातचीत जारी है. लेकिन क्या इस मीटिंग का असली एजेंडा वेनेजुएला पर हमले की तैयारी है यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है.
नेशनल डिफेंस स्ट्रैटेजी पर चर्चा का भी अनुमान
सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस मीटिंग में नई नेशनल डिफेंस स्ट्रैटेजी पर भी चर्चा हो सकती है. इसमें चीन, रूस, ईरान और आतंकवाद के खतरों के बजाय घरेलू सुरक्षा (होमलैंड डिफेंस) को प्रमुखता दी जा सकती है. अगर ऐसा होता है तो यह जियो-पॉलिटिक्स में बड़े बदलाव की शुरुआत हो सकती है.
डिफेंस सेक्रेटरी पीट हेगसेथ ने हाल ही में कई सीनियर अधिकारियों विशेषकर महिला और अश्वेत अफसरों को पद से हटाया है. इसके साथ ही बड़े पदों पर 20% तक छंटनी की योजना पर भी चर्चा हो रही है. हेगसेथ ने डाइवर्सिटी, इक्विटी और इंक्लूजन (DEI) प्रोग्राम्स को खत्म कर वारियर इथोस को बढ़ावा देने पर जोर दिया है. उनका मानना है कि सेना को अपनी मारक क्षमता बढ़ाने पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए. ऐसे में सैन्य अधिकारियों के बीच यह डर बढ़ गया है कि इस बैठक में छंटनी या अन्य बड़े फैसलों की घोषणा हो सकती है.