दिल्ली में एक बार फिर आवारा कुत्ते के हमले की भयावह घटना सामने आई है. यह घटना शकरपुर इलाके की पुलिस कॉलोनी में हुई, जहां एक 5 साल के बच्चे को आवारा कुत्ते ने बुरी तरह से काट लिया. इस हमले में बच्चा गंभीर रूप से जख्मी हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की और बच्चे को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है.
SI ने बच्चे को कुत्ते से बचाया
रविवार को हुए इस हमले में बच्चा और उसका पिता पुलिस कॉलोनी में अपने रिश्तेदारों से मिलने गए थे. इसी दौरान, एक आवारा कुत्ता अचानक बच्चें पर हमला कर बैठा. कुत्ता बच्चे को कई बार काटते हुए उसे घसीटने लगा. बच्चे की चीखें सुनकर मौके पर मौजूद एक पुलिस निरीक्षक दौड़े और कुत्ते से बच्चे को छुड़ा लिया. बाद में, बच्चे को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे प्राथमिक उपचार दिया गया और उसकी हालत अब स्थिर है. पुलिस के अनुसार, इस हमले में बच्चे को गंभीर घाव आए हैं, लेकिन चिकित्सकों ने कहा है कि उसकी जान को कोई खतरा नहीं है.
सुप्रीम कोर्ट का आदेश
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर के नगर निगम अधिकारियों से आवारा कुत्तों के नियंत्रण को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए थे. सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि सभी आवारा कुत्तों को पकड़कर उन्हें आश्रय गृहों में रखा जाए. साथ ही, इन कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण भी किया जाए. इसके बाद, कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि कुत्तों को सड़कों पर छोड़ने से पहले उनका स्वास्थ्य जांचा जाए.
इस आदेश के बाद ही दिल्ली और एनसीआर में आवारा कुत्तों से संबंधित कई घटनाएं सामने आई हैं. हाल ही में गाजियाबाद में एक महिला को आवारा कुत्तों को खाना खिलाने के कारण एक व्यक्ति ने थप्पड़ मारे थे. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे मामला और ज्यादा गंभीर हो गया. पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और उस पर कानूनी कार्रवाई शुरू की.
कुत्तों को भोजन देने पर विवाद
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह भी स्पष्ट किया गया था कि आवारा कुत्तों को सड़कों पर भोजन नहीं दिया जा सकता. हालांकि, कोर्ट ने नगर निगमों को यह निर्देश दिया है कि वे ऐसे स्थान बनाएं जहां लोग कुत्तों को भोजन दे सकें, ताकि कुत्तों को सड़क पर भोजन की कमी न हो. लेकिन इस आदेश के बाद ही कुछ स्थानों पर विवाद उत्पन्न हुआ है, जैसे कि गाजियाबाद में हुआ, जहां एक महिला को आवारा कुत्तों को खाना खिलाने पर हमला किया गया.
समस्याओं का समाधान
दिल्ली और अन्य नगर निगम क्षेत्रों में आवारा कुत्तों की समस्या सालों से बनी हुई है. इन कुत्तों द्वारा हमले की घटनाएं लगातार हो रही हैं, जिससे नागरिकों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार को आवारा कुत्तों के लिए अधिक संरचित और मानवाधिकार आधारित उपायों पर ध्यान देने की आवश्यकता है.
हालांकि, कुछ लोग कुत्तों को शहरी जीवन का हिस्सा मानते हुए उन्हें खाने और रहन-सहन के उचित स्थान उपलब्ध कराने की बात करते हैं, वहीं अन्य नागरिकों का कहना है कि आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने और उन्हें बेहतर स्थान पर रखने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए.














