आ गई बिहार के संवेदनशील चुनाव की सूची, चुनाव आयोग ने बताया मतदान का आखिरी समय

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भारतीय चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनावों के दौरान कुछ निर्वाचन क्षेत्रों और मतदान केंद्रों की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए मतदान समय में बदलाव किया है. अधिकांश क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा, लेकिन जिन क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है, वहां मतदान एक घंटा पहले यानी शाम 5 बजे ही समाप्त हो जाएगा. यह निर्णय सुरक्षा व्यवस्था और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है.

संवेदनशील बूथों पर मतदान शाम 5 बजे तक

चुनाव आयोग के अनुसार, लगभग 1,300 मतदान केंद्रों पर मतदान का समय घटाकर सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक कर दिया गया है. इनमें से अधिकांश केंद्र दूसरे चरण के मतदान से संबंधित हैं. आयोग ने बताया कि स्थानीय परिस्थितियों, सुरक्षा रिपोर्ट और प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा के बाद यह संशोधन आवश्यक पाया गया.

पहले चरण के सिमरी बख्तियारपुर और महिषी विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों पर अब मतदान शाम 5 बजे तक ही होगा. वहीं सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र के 56 केंद्रों पर मतदान का समय घटाया गया है, जबकि बाकी केंद्रों पर मतदान सामान्य समय यानी शाम 6 बजे तक चलेगा.

दूसरे चरण में भी कई सीटों पर समय घटा

दूसरे चरण के मतदान में भी कई विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है. इनमें चैनपुर, रजौली, गोविंदपुर, सिकंदरा, जमुई, झाझा और चकाई शामिल हैं. इन सभी क्षेत्रों में अब मतदान शाम 5 बजे तक ही होगा. इसके अलावा, अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के कुछ केंद्रों को भी इसी श्रेणी में रखा गया है.

किन बूथों पर पहले बंद होंगे मतदान केंद्र

1. कटोरिया: 121 बूथ

2. बेलहर: 140 बूथ

3. चेनारी: 62 बूथ

4. गोह: 25 बूथ

5. नवीनगर: 26 बूथ

6. कुटुंबा: 169 बूथ

7. औरंगाबाद: 57 बूथ

8. रफीगंज: 125 बूथ

9. गुरुआ: 12 बूथ

10. शेरघाटी: 48 बूथ

11. इमामगंज: 361 बूथ

12. बाराचट्टी: 36 बूथ

13. बोधगया: 20 बूथ

इन बूथों को सुरक्षा कारणों से ‘संवेदनशील’ घोषित किया गया है.

मतदाताओं से अपील 

चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे अपने मतदान केंद्रों का समय पहले से जांच लें ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो. आयोग ने कहा कि मतदान के अंतिम घंटे में भीड़ से बचने और प्रक्रिया को सुचारू बनाए रखने के लिए मतदाता जितना जल्दी मतदान केंद्र पहुंचेंगे, उतना बेहतर होगा.

सुरक्षा और शांति पर जोर

चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि यह बदलाव मतदाताओं की सुरक्षा और मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए किया गया है. स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल को निर्देश दिए गए हैं कि वे संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखें और किसी भी संभावित गड़बड़ी पर तुरंत कार्रवाई करें.

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