सेना ने आतंकियों को कर्मों के आधार पर सजा दी, न की धर्म के आधार पर…ऑपरेशन सिंदूर पर बोले राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जोधपुर में कहा कि भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकियों को उनके कर्मों के आधार पर सजा दी, न कि धर्म के आधार पर. उन्होंने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना को दोहराया. एनसीईआरटी ने इस अभियान पर विशेष शिक्षण मॉड्यूल जारी किए, जो कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों को पढ़ाए जाएंगे.

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Rajnath Singh speech
Rajnath Singh speech

Rajnath Singh on Operation Sindoor : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को राजस्थान के जोधपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों ने लोगों से उनका नाम और धर्म पूछकर उन्हें मार डाला, लेकिन भारत के सैनिकों ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने कहा, “हमारे जवानों ने आतंकवादियों को उनके कर्मों के आधार पर मारा, न कि उनके धर्म के आधार पर.”

22 अप्रैल को 26 निर्दोष लोगों की गई थी जान 
आपको बता दें कि राजनाथ सिंह ने बताया कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई. इसके बाद भारत ने आतंकियों को करारा जवाब दिया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए.

सेना का उद्देश्य आतंकियों को खत्म करना
इस कार्यक्रम के दौरान राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि भारत हमेशा से ‘वसुधैव कुटुंबकम’ (यानी पूरा विश्व एक परिवार है) के सिद्धांत में विश्वास करता है. भारत कभी भी धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करता. उन्होंने कहा कि हमारे देश की सेना का उद्देश्य आतंक और आतंकियों को खत्म करना है, न कि किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ कार्रवाई करना.

ऑपरेशन सिंदूर, एक सुनियोजित सैन्य कार्रवाई
रक्षा मंत्री ने बताया कि भारतीय सेना ने पूर्व-निर्धारित लक्ष्यों को ही निशाना बनाया. इन हमलों में आतंकवादी संगठनों के ठिकानों को नष्ट किया गया. भारत की वायुसेना ने पाकिस्तानी ड्रोन्स और विमानों को भारतीय सीमा में घुसने से पहले ही S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से मार गिराया.

NCERT ने लॉन्च किए शैक्षणिक मॉड्यूल
दरअसल, हाल ही में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित विशेष शिक्षण सामग्री तैयार की है. ये मॉड्यूल कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों को पढ़ाए जाएंगे.

कक्षा 3 से 8 के लिए
 “ऑपरेशन सिंदूर: वीरता की गाथा”. इस मॉड्यूल में ऑपरेशन की कहानी को सरल भाषा और चित्रों के माध्यम से बताया गया है.

कक्षा 9 से 12 के लिए
 “ऑपरेशन सिंदूर: सम्मान और वीरता का मिशन”. इसमें पूरी जानकारी, नक्शे, फोटो और रक्षा तकनीकों के बारे में चर्चा की गई है.

उद्देश्य छात्रों को शौर्य और बलिदान के बारे में बताना
NCERT द्वारा जारी की गई यह सामग्री मुख्य पाठ्यपुस्तकों का हिस्सा नहीं है, बल्कि ये पूरक संसाधन (supplementary resources) हैं. इन्हें स्कूलों में प्रोजेक्ट, पोस्टर, चर्चा और वाद-विवाद के माध्यम से पढ़ाया जाएगा. इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को देश की सुरक्षा, और देशभक्ति की भावना को मजबूत करना है.

शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया
राजनाथ सिंह जोधपुर में एक रक्षा और खेल अकादमी का उद्घाटन करने पहुंचे थे. इसी कार्यक्रम में उन्होंने शहीद जवानों के परिवारों को सम्मान भी दिया और कहा कि देश अपने वीर जवानों के बलिदान को कभी नहीं भूलेगा.

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