India-Pakistan Match: भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार रात 8 बजे दुबई में होने वाला हाई-वोल्टेज क्रिकेट मैच विवाद का केंद्र बन गया है. पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद शहीद परिवारों और कई राजनीतिक नेताओं ने इस मुकाबले का बहिष्कार करने की मांग उठाई है. वहीं, बीसीसीआई पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि भारत को इस टूर्नामेंट से बाहर क्यों नहीं निकाला गया.
इसी बीच, बॉलीवुड अभिनेता सुनील शेट्टी ने बयान देकर इस विवाद को नया मोड़ दिया है. उन्होंने साफ कहा कि खिलाड़ियों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि वे खेल के जरिए देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. सुनील शेट्टी ने जोर देकर कहा कि ये फैसला व्यक्तिगत स्तर पर लोगों का है कि वे मैच देखें या ना देखें.
‘खिलाड़ियों को मत कोसिए’- सुनील शेट्टी
दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुनील शेट्टी ने कहा कि ये एक विश्व खेल संस्था है. उन्हें इन नियमों और विनियमों का पालन करना ही होगा क्योंकि कई अन्य खेल और कई एथलीट उनमें शामिल हैं. एक भारतीय होने के नाते, मुझे लगता है कि यह हमारा निजी फैसला है- चाहे हम इसे देखना चाहें, चाहे नहीं, चाहे हम जाना चाहें या नहीं. ये फैसला भारत को लेना है.
उन्होंने आगे कहा कि आप क्रिकेटरों को खेलने के लिए दोषी नहीं ठहरा सकते क्योंकि वे खिलाड़ी हैं, उनसे देश का प्रतिनिधित्व करने की उम्मीद की जाती है. यह बीसीसीआई के हाथ में नहीं है. यह एक विश्व खेल संस्था है और आप इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहरा सकते.
पहलगाम हमले से जुड़ा विवाद
ये पूरा विवाद इसी साल हुए पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ा है, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी. इस हमले के बाद, भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और Pok में आतंकी कैंपों पर मिसाइल स्ट्राइक की थी. इसके जवाब में पाकिस्तान ने सीमा पार गोलाबारी और ड्रोन हमलों का सहारा लिया. हालात बिगड़ने के बाद दोनों देशों के बीच 10 मई को सीजफायर पर सहमति बनी थी.
मैच का बढ़ा महत्व
रविवार को होने वाला ये मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच पहली भिड़ंत होगी, जब से दोनों देशों के बीच तनाव और सैन्य कार्रवाई तेज हुई थी. ऐसे में ये मैच सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि राजनीतिक और भावनात्मक मायनों से भी बेहद अहम हो गया है. दुनियाभर के करोड़ों क्रिकेट प्रेमी इस महामुकाबले पर नजरें गड़ाए हुए हैं.