Jammu and Kashmir Landslide: जम्मू-कश्मीर में मूसलधार बारिश से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. मंगलवार को माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर अर्धकुवारी के पास अचानक भूस्खलन हो गया. हर दिन हजारों श्रद्धालुओं की आवाजाही वाले इस ट्रैक पर जोरदार धमाके के साथ पहाड़ से मलबा और चट्टानें गिर गईं, जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया.
हादसे में कई श्रद्धालुओं के घायल होने की आशंका है, जिन्हें तुरंत कटरा के अस्पताल ले जाया गया. घटना के बाद श्राइन बोर्ड, स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया. एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर अलर्ट पर है और ट्रैक पर मौजूद श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थलों पर शिफ्ट किया जा रहा है.
भूस्खलन से यात्रा मार्ग बाधित
अर्धकुवारी से भवन तक का रास्ता पूरी तरह बंद कर दिया गया है. वहीं निचले ट्रैक पर भी श्रद्धालुओं की आवाजाही सीमित कर दी गई है. प्रशासन ने साफ किया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा फिलहाल रोक दी गई है और जो यात्री मार्ग में फंसे हैं, उन्हें सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया जा रहा है.
राहत-बचाव कार्य तेज
भूस्खलन की तस्वीरों में ट्रैक पर बिखरा मलबा और गिरे हुए बड़े पत्थर साफ दिखाई दे रहे हैं. बारिश के बीच सुरक्षाकर्मी रस्सियों और बैरिकेड्स की मदद से श्रद्धालुओं को निकालते नजर आए. कटरा से अर्धकुवारी तक पूरे मार्ग पर आपात स्थिति में राहत कार्य जारी है.
जम्मू संभाग में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा
पिछले 48 घंटों से जम्मू संभाग और कश्मीर में लगातार बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने अगले 5 घंटों तक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. कटरा, जम्मू, सांबा, रीासी, उधमपुर, डोडा और किश्तवाड़ में भूस्खलन और फ्लैश फ्लड का खतरा मंडरा रहा है. पहलगाम के लिद्दर इलाके में बादल फटने की घटनाएं भी सामने आई हैं.
उफान पर तवी नदी, खतरे का अलर्ट
उधमपुर में तवी नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है और ये 2014 की बाढ़ से भी ऊपर पहुंच चुका है. प्रशासन ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ घंटों में नदी का जलस्तर जम्मू शहर में और 7–10 फीट तक बढ़ सकता है. डीआईजी जम्मू शिव कुमार शर्मा ने कहा कि पूरे जम्मू संभाग में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है. लोगों से अपील है कि वे नदियों और नालों के पास ना जाएं और प्रशासन से लगातार संपर्क बनाए रखें.
CM ने दिए राहत कार्य तेज करने के निर्देश
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हालात की गंभीरता को देखते हुए श्रीनगर से जम्मू जाने का फैसला लिया है. उन्होंने सभी जिला उपायुक्तों को अतिरिक्त फंड मुहैया कराने और राहत व बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं.















