स्वतंत्रता दिवस 2025 से ठीक एक दिन पहले जॉन अब्राहम की फिल्म ‘तेहरान’ ने ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर दस्तक दे दी है. यह एक जियो-पॉलिटिकल थ्रिलर है, जो सच्ची घटनाओं से प्रेरित है और लगभग 2 घंटे 5 मिनट के रनटाइम के साथ दर्शकों को बांधे रखती है. अरुण गोपालन के निर्देशन में बनी यह फिल्म देशभक्ति, एक्शन और इमोशंस का जबरदस्त तड़का लेकर आई है.
‘तेहरान’ की कहानी दिल्ली में 2012 में इजरायली एंबैसी के पास हुए बम ब्लास्ट के इर्द-गिर्द घूमती है. जॉन अब्राहम, जो डीसीपी राजीव कुमार की भूमिका में हैं, एक ऐसे पुलिस ऑफिसर की कहानी बयां करते हैं, जो इस हमले का बदला लेने के लिए तेहरान की धरती पर कदम रखता है. लेकिन कहानी यहीं नहीं रुकती. भारत, इजरायल और ईरान के बीच जटिल राजनयिक रिश्तों के बीच राजीव खुद को अकेला पाता है, जहां उसका देश भी उसका साथ छोड़ देता है. यह फिल्म एक सैनिक की व्यक्तिगत जंग को वैश्विक राजनीति के साथ जोड़कर दमदार तरीके से पेश करती है.
जॉन अब्राहम ने अपने किरदार में जान डाल दी है. उनकी एक्टिंग में गुस्सा, दर्द और देशभक्ति का सटीक मिश्रण दिखता है. मानुषी छिल्लर ने भी अपने एक्शन सीन्स और सीमित डायलॉग्स के बावजूद इंप्रेस किया है. नीरू बाजवा और मधुरिमा तुली ने भी अपने किरदारों को बखूबी निभाया है. फिल्म का स्क्रीनप्ले रितेश शाह और आशीष प्रकाश वर्मा ने लिखा है, जो तेज रफ्तार और गहरे इमोशंस से भरा है. तनिष्क बागची का बैकग्राउंड म्यूजिक कहानी के मूड को और गहरा करता है.
हालांकि फिल्म में फारसी भाषा के डायलॉग्स और राजनीतिक पृष्ठभूमि कुछ दर्शकों के लिए समझने में मुश्किल हो सकती है. फिर भी ‘तेहरान’ बिना जोशो-खरोश के देशभक्ति का जज्बा जगाती है. यह फिल्म न सिर्फ एक्शन प्रेमियों के लिए, बल्कि उन लोगों के लिए भी है जो गहरी कहानियों और सच्ची घटनाओं पर आधारित सिनेमा पसंद करते हैं. ‘तेहरान’ जी5 पर स्ट्रीम हो रही है और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इसे देखना हर उस शख्स के लिए एक शानदार अनुभव होगा, जो देशभक्ति और थ्रिल को देखना पसंद करता है.















