Bengaluru Doctor Arrest: बेंगलुरु के येलहंका न्यू टाउन पुलिस ने गुरुवार शाम एक आयुर्वेद डॉक्टर और उनके स्टाफ मित्र को ट्रैफिक पुलिस से दुर्व्यवहार और धमकाने के आरोप में गिरफ्तार किया. गिरफ्तार लोगों में 37 वर्षीय डॉ. व्यास हीरल मोहनभाई, निवासी शिवनाहल्ली, और उनके मित्र मोहम्मद सरबाज शामिल हैं. दोनों को गुरुवार रात मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
पुलिस के मुताबिक, सरबाज ने येलहंका के शेषाद्रिपुरम कॉलेज के पास अपनी बाइक को नो-पार्किंग जोन में खड़ा किया. जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें रोका और जुर्माना भरने को कहा तो उन्होंने साफ मना कर दिया और गाली-गलौज करने के बाद फोन करके डॉक्टर व्यास को बुला लिया. व्यास मौके पर पहुंचीं और सरबाज को स्कूटर लेकर वहां से जाने को कहा लेकिन पुलिस ने उन्हें रोका और जुर्माना भरने को कहा.
ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से बदसलूकी
इसी दौरान डॉक्टर व्यास ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से बदसलूकी शुरू कर दी. उन्होंने एएसआई सहित पुलिसकर्मियों पर अभद्र इशारे किए और अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया. इसके अलावा उन्होंने ड्यूटी में बाधा डालते हुए पुलिसकर्मियों को अपमानित किया. मौके पर मौजूद होयसाला पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया और उनके वाहनों को जब्त कर लिया.
दोनों के खिलाफ केस दर्ज
इस घटना के बाद दोनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता यानी BNS की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है. इनमें धारा 75 यानी यौन उत्पीड़न, 79 (शब्द या इशारे से महिला की गरिमा भंग करना), 132 (सरकारी काम में बाधा डालने के लिए हमला या बल प्रयोग), और 352 (जानबूझकर अपमान कर शांति भंग करने की कोशिश) शामिल हैं.
एयर इंडिया फ्लाइट में हंगामा
पुलिस जांच में सामने आया कि डॉक्टर व्यास इससे पहले भी विवादों में रह चुकी हैं. 17 जून को उन्होंने बेंगलुरु से सूरत जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट में हंगामा किया था और कथित तौर पर विमान को क्रैश करने की धमकी दी थी. उस समय भी उन्हें गिरफ्तार किया गया था. अब एक बार फिर वह अपने स्टाफ मित्र के साथ ट्रैफिक पुलिस से विवाद के कारण हिरासत में पहुंच गईं.
ट्रैफिक नियमों को लेकर सख्ती
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहर में लगातार नो-पार्किंग और ट्रैफिक नियमों को लेकर सख्ती बरती जा रही है. किसी भी तरह की बदसलूकी या धमकी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और पुलिस की ड्यूटी में बाधा न डालें.