दिल्ली में गुरुवार को कुछ घंटों की बारिश ने एक बार फिर शहर को पानी-पानी कर दिया. दरियागंज, छतरपुर, ग्रेटर कैलाश, धौलाकुआं और आउटर रिंग रोड जैसे इलाकों में जलभराव ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया. साउथ दिल्ली के हंसराज सेठी मार्ग पर पेड़ गिरने से एक बाइक सवार की मौत ने स्थिति की गंभीरता को और उजागर किया. आम आदमी पार्टी (आप) ने इस स्थिति के लिए भाजपा सरकार की नाकामी को जिम्मेदार ठहराते हुए तीखा हमला बोला है. आप नेताओं ने पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा से तत्काल इस्तीफे की मांग की है, साथ ही नालों की सफाई और प्रबंधन में लापरवाही का आरोप लगाया है.
भाजपा सरकार पर आप का हमला
आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की बदहाल स्थिति पर गहरा दुख जताया. उन्होंने एक्स पर हंसराज सेठी मार्ग की घटना का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “भाजपा ने कुछ ही महीनों में दिल्ली को बर्बाद कर दिया.” आप नेताओं का कहना है कि बारिश के बाद जलभराव और उससे होने वाली मौतें भाजपा सरकार की नाकामी का नतीजा हैं. सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर लिखा कि भारी बारिश में पेड़ गिरने से एक बाइक सवार की मौत हो गई, और अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में दो दर्जन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. उन्होंने रक्षाबंधन के दिन ढाई साल के बच्चे की खुले मैनहोल में गिरकर हुई मौत का जिक्र करते हुए सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाए.
जलभराव ने उजागर की कमियां
दिल्ली के हर कोने में जलभराव की तस्वीरें सामने आईं. ग्रेटर कैलाश में सड़कों पर नाव चलने की तस्वीरें वायरल हुईं, जिसे सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर साझा करते हुए तंज कसा, “चार इंजन की सरकार में ग्रेटर कैलाश में भी नाव चल गई.” आप नेताओं का कहना है कि दिल्ली हाईकोर्ट के नालों की सफाई के लिए थर्ड-पार्टी ऑडिट के आदेश के बावजूद सरकार ने इस पर अमल नहीं किया. एमसीडी में आप के नेता विपक्ष अंकुश नारंग ने कहा, “मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मेयर राजा इकबाल सिंह की पूरी प्लानिंग के दावों के बावजूद दिल्ली डूब चुकी है.” उन्होंने जलभराव को प्रबंधन की विफलता का सबूत बताया.
मौतों का सिलसिला और जवाबदेही
आप विधायक संजीव झा ने प्रेसवार्ता में बताया कि मई से अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 24 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. बदरपुर के जैतपुर में दीवार गिरने से आठ लोगों की मौत, कालकाजी में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत, और रक्षाबंधन के दिन ढाई साल के बच्चे की मैनहोल में गिरकर मौत जैसे हादसों ने सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़े किए हैं. झा ने कहा, “भाजपा ने डबल इंजन सरकार के दावे किए, लेकिन अब कितने इंजन हैं, फिर भी दिल्ली की सड़कें नदियों में बदल गईं.” उन्होंने पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा को इन हादसों का जिम्मेदार ठहराया.
नालों की सफाई में लापरवाही
संजीव झा ने आरोप लगाया कि दिल्ली के आधे से ज्यादा नालों की सफाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा, “हाईकोर्ट के थर्ड-पार्टी ऑडिट के आदेश को नजरअंदाज किया गया. बुराड़ी में पीडब्ल्यूडी और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने नालों की सफाई के नाम पर केवल दिखावा किया.” पहले सुपर सकर मशीनों से सफाई होती थी, लेकिन इस बार इनका इस्तेमाल तक नहीं हुआ. झा ने बताया कि जब उन्होंने अधिकारियों से सुपर सकर मशीनों के बारे में पूछा, तो जवाब मिला कि इस बार अनुमति ही नहीं दी गई. आप का कहना है कि इस लापरवाही का खामियाजा दिल्ली की जनता भुगत रही है.
इस्तीफे की मांग और जनता की पीड़ा
आप ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से पीडब्ल्यूडी और बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश वर्मा का इस्तीफा लेने की मांग की है. संजीव झा ने कहा, “प्रवेश वर्मा रोज रील बनाते हैं, लेकिन उनकी नाकामी से लोगों की जान जा रही है. उन्हें मंत्री बने रहने का कोई हक नहीं.” आप का कहना है कि बारिश में जलभराव और हादसों ने दिल्लीवासियों का जीवन दूभर कर दिया है. पार्टी ने सरकार से सवाल किया कि क्या इन मौतों की जवाबदेही तय नहीं होनी चाहिए? आप ने मांग की है कि नालों की सफाई और जलभराव की समस्या को तुरंत हल किया जाए ताकि दिल्लीवासियों को और नुकसान न उठाना पड़े.