कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को एक वीडियो साझा कर निर्वाचन आयोग पर जोरदार तंज कसा, जिसमें उन्होंने वोटर लिस्ट में जीवित लोगों को “मृत” दिखाए जाने का मुद्दा उठाया.
‘मृत लोगों’ के साथ चाय पीने का मौका कभी नहीं मिला
राहुल गांधी ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “मेरे जीवन में कई रोचक अनुभव हुए हैं, लेकिन ‘मृत लोगों’ के साथ चाय पीने का मौका कभी नहीं मिला. निर्वाचन आयोग को इस अनोखे अनुभव के लिए धन्यवाद!” वीडियो में राहुल गांधी उन लोगों से बात करते नजर आ रहे हैं, जो दावा करते हैं कि निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची में उन्हें मृत दिखाया गया, जबकि वे जीवित हैं. राहुल ने कहा, “मैंने सुना है कि आप लोग जीवित नहीं हैं. निर्वाचन आयोग ने आपको मार दिया है.” उन्होंने पूछा कि उन्हें इसकी जानकारी कैसे मिली, जिसके जवाब में एक व्यक्ति ने बताया कि यह गलती आयोग की मतदाता सूची में पाई गई.
मतदाता सूची में अनियमितताएं
राहुल ने एक व्यक्ति से पूछा कि ऐसे कितने मामले हैं. जवाब में बताया गया कि एक पंचायत में कम से कम 50 ऐसे मामले हैं. लोगों ने आरोप लगाया कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के निर्वाचन क्षेत्र में कई जीवित मतदाताओं को मृत दिखाया गया. उन्होंने कहा, “हमारे पास इसका लिखित प्रमाण है. कुछ लोगों ने अपने वोटिंग अधिकार बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में छह घंटे तक इंतजार किया.”
निर्वाचन आयोग पर सवाल
राहुल और समूह ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने इन मामलों पर कोई जानकारी नहीं दी. कुछ लोगों ने बताया कि वे इस मुद्दे को उजागर करने के लिए दूर-दराज से आए हैं और नेताओं से बिहार को ऐसी अनियमितताओं से बचाने की अपील की. राहुल ने पहले भी 7 अगस्त को कर्नाटक की मतदाता सूची का हवाला देते हुए ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया था, जिसे आयोग ने खारिज कर दिया.