राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) एक बार फिर आंतरिक कलह के चलते सुर्खियों में है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट संजय सिंह यादव ने संगठन की मौजूदा स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने साफ कहा है कि पार्टी में बढ़ती अनुशासनहीनता राजद की छवि और यादव परिवार दोनों को नुकसान पहुंचा रही है. इसी के साथ उन्होंने लालू-राबड़ी से तत्काल हस्तक्षेप की अपील भी की है.
परिवार को लेकर गहरी चिंता
संजय सिंह यादव ने पार्टी के भीतर दिनों-दिन बढ़ रहे मतभेदों पर चिंता व्यक्त की. उनका कहना है कि हाल के दिनों में जिस तरह की बयानबाजियां और अंदरूनी खींचतान सामने आई है, उसने आरजेडी की मजबूती पर सवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने दावा किया कि अगर हालात पर तुरंत नियंत्रण नहीं किया गया तो इसका खामियाजा संगठन को आने वाले समय में उठाना पड़ सकता है.
संजय का कहना है कि लालू जी और राबड़ी जी को अभी हस्तक्षेप करना होगा. पार्टी भी टूट रही है, परिवार भी बिखर रहा है. यह समय चुप रहने का नहीं है.
तेज प्रताप यादव और रोहिणी आचार्य पर तीखे आरोप
हाल के दिनों में तेज प्रताप यादव और रोहिणी आचार्य के कई सार्वजनिक बयान चर्चा में रहे. संजय सिंह यादव ने इन्हें लेकर कहा कि इन दोनों के विवादित व्यवहार और बिना सोचे-समझे दिए गए वक्तव्यों ने राजद की साख को काफी नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने दावा किया कि पार्टी अनुशासन से चलती है, लेकिन कुछ लोग निजी भावनाओं में संगठन की मर्यादा तक भूल जाते हैं.
संजय के अनुसार, तेज प्रताप हों या रोहिणी आचार्य… दोनों की टिप्पणियां पार्टी की मुश्किलें बढ़ा रही हैं. इससे न केवल संगठन कमजोर होता है बल्कि यादव परिवार की सार्वजनिक छवि पर भी असर पड़ रहा है.
तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर भी सवाल
सिर्फ तेज प्रताप और रोहिणी ही नहीं, संजय सिंह यादव ने तेजस्वी यादव पर भी गंभीर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि तेजस्वी में अब अहंकार झलकने लगा है, जिसकी वजह से न तो पार्टी को एकजुट रखा जा रहा है और न ही परिवार की एकता बची रह पा रही है.
उन्होंने दावा किया कि अगर लालू प्रसाद यादव ने जल्दी हस्तक्षेप नहीं किया तो परिवार के बीच बढ़ती दूरी और राजनीतिक रूप से भारी पड़ सकती है. संजय ने कहा कि तेज प्रताप और रोहिणी आचार्य को फिर से पार्टी की मुख्यधारा में लाने की जिम्मेदारी लालू यादव को खुद उठानी चाहिए.
‘जयचंदों’ का जिक्र, बड़ा संकेत
संजय सिंह यादव ने पार्टी में मौजूद कुछ नेताओं पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आरजेडी में जयचंद जैसे लोग सक्रिय हैं, जो दिखाई नहीं देते लेकिन भीतर-ही-भीतर पार्टी को कमजोर कर रहे हैं. उनका कहना है कि ऐसे लोगों पर लगाम नहीं लगी तो आने वाले चुनाव में इसका भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि लालू और राबड़ी जल्द स्थिति संभालेंगे और राजद में अनुशासन तथा एकता बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे.













