तेज प्रताप यादव और उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव के बीच राजनीतिक मतभेद लंबे समय से चर्चा में हैं. तेज प्रताप के नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के गठन के बाद यह दरार और गहरी होती जा रही है.
हाल ही में ‘जननायक’ विवाद को लेकर भी दोनों भाइयों के बीच बयानबाजी हुई थी. तेज प्रताप ने कहा था कि तेजस्वी यादव खुद को जननायक बता रहे हैं, जबकि सच्चे जननायक वे होते हैं जो जनता के बीच रहकर उनके लिए काम करें, जैसे लालू प्रसाद यादव, कर्पूरी ठाकुर, डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी.
चुनावी रणनीति पर भी मतभेद
तेज प्रताप ने हाल ही में कहा था कि अगर तेजस्वी उनके खिलाफ महुआ में प्रचार करेंगे, तो वे भी राघोपुर जाकर प्रचार करेंगे. इस बयान ने यादव परिवार की अंदरूनी खींचतान को और उजागर कर दिया है.
राजनीतिक एक्सपर्ट की राय
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह घटना न सिर्फ RJD की एकता पर सवाल खड़े करती है, बल्कि लालू परिवार की अंदरूनी राजनीति को भी उजागर करती है. तेज प्रताप की नई पार्टी राज्य की राजनीति में RJD के लिए सीधी चुनौती बन सकती है.













