सोने और चांदी की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिली है. दिल्ली में सोना 1,19,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले सत्र के 1,18,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के मुकाबले 1,500 रुपये की बढ़त है. इसी तरह, चांदी की कीमत भी 1.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में यह 1,43,000 रुपये प्रति किलोग्राम थी.
विदेशी बाजारों में भी तेजी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना और चांदी की कीमतों में उछाल देखा गया. हाजिर सोना लगभग 2 फीसदी बढ़कर 3,824.61 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया. इसी तरह, चांदी भी 2 फीसदी से अधिक बढ़कर 47.18 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई. यह वैश्विक मांग और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना के चलते सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी का संकेत है.
घरेलू वायदा बाजार में रिकॉर्ड स्तर
घरेलू वायदा बाजार में भी पीली और सफेद धातु के भाव रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर अक्टूबर महीने के लिए सोने के वायदा भाव में 1,204 रुपये या 1.50 प्रतिशत की बढ़त हुई और यह 1,14,992 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. दिसंबर अनुबंध 1,034 रुपये या 0.9 प्रतिशत बढ़कर 1,15,925 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा.
चांदी वायदा में भी जोरदार तेजी रही. दिसंबर अनुबंध 2,290 रुपये (1.61%) बढ़कर 1,44,179 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंचा, जबकि मार्च 2026 अनुबंध 2,559 रुपये (1.79%) की बढ़त के साथ 1,45,817 रुपये प्रति किलोग्राम के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया.
क्या है एक्सपर्ट की राय?
निवेश एक्सपर्ट के अनुसार, सोने की कीमतों में वृद्धि लगातार जारी है और घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय बाजार में नई ऊंचाइयाँ छू रही है. उन्होंने कहा कि निवेशक इस समय यह तय करने में दुविधा में हैं कि उन्हें ऊंचे स्तर पर प्रवेश करना चाहिए या मुनाफा सुरक्षित करना चाहिए. दरअसल, सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी में कई कारक शामिल हैं, जैसे शुल्क, रूस-यूक्रेन युद्ध, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं. ये सभी कारक धातु की मांग और मूल्य निर्धारण में तेजी लाने में योगदान दे रहे हैं.