Dog Astrology: आज के समय में कुत्ता सिर्फ एक पालतू जानवर नहीं, बल्कि परिवार का अहम हिस्सा बन चुका है. लोग इसे न केवल अपनी सुरक्षा के लिए रखते हैं, बल्कि इसके साथ भावनात्मक जुड़ाव भी रखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुत्ता पालना केवल प्यार और सुरक्षा का ही प्रतीक नहीं, बल्कि ज्योतिष शास्त्र में यह कई ग्रहों के दोष दूर करने का उपाय भी है. विशेषकर काला कुत्ता शनि और केतु के लिए बेहद शुभ माना जाता है, जो जीवन में आ रही कई रुकावटों को दूर कर सकता है.
ज्योतिष के अनुसार, कुत्ते की सेवा और देखभाल करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है. खासकर अगर आपकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या महादशा चल रही है, तो काले कुत्ते को भोजन कराना और उसकी सेवा करना बेहद लाभकारी हो सकता है. इतना ही नहीं, केतु से जुड़ी समस्याओं को भी कुत्ते के प्रति सेवा भाव से कम किया जा सकता है.
काला कुत्ता और शनि ग्रह का संबंध
काले कुत्ते को शनि देव का प्रिय माना जाता है. अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है या शनि की साढ़ेसाती/ढैय्या चल रही है, तो काले कुत्ते की सेवा करना शुभ फल देता है. इसे भैरव बाबा का सेवक भी माना जाता है, जो संकट टालने में मदद करता है.
केतु ग्रह से जुड़ा महत्व
ज्योतिष में कुत्ते का संबंध केतु ग्रह से भी माना गया है. जिनकी कुंडली में केतु की स्थिति सकारात्मक है, वे कुत्ता पालने से और भी लाभ पा सकते हैं. इससे कार्यों में आने वाली अड़चनें दूर होती हैं और सफलता की राह आसान बनती है.
किस रंग का कुत्ता पालें
अगर संभव हो, तो घर में काला कुत्ता पालें. हालांकि, किसी भी रंग का कुत्ता पालना शुभ है, लेकिन काले कुत्ते का प्रभाव शनि और केतु के दोष को विशेष रूप से कम करता है.
सेवा का महत्व
कुत्ते को प्यार करना, भोजन कराना और उसकी देखभाल करना केवल पुण्य का कार्य ही नहीं, बल्कि ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर करने का भी प्रभावी उपाय है. यह आपके जीवन में स्थिरता, सुख और समृद्धि लाता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. द इंडिया प्रेस इसकी पुष्टी नहीं करता.